Sore throat - गले में खराश के कारण तथा रामबाण घरेलू उपचार...

गले में खराश ( Sore Throat ) क्या होती है -

गले में खराश ( Sore Throat ) एक आम समस्या है, जो किसी भी मौसम में हो सकती है। यह आमतौर पर हल्के से लेकर गंभीर रूप में हो सकती है और यह व्यक्ति को बहुत असहज कर सकती है। गले में खराश का मुख्य कारण गले में सूजन या संक्रमण होना है। यह समस्या बच्चों से लेकर वयस्कों तक किसी भी उम्र में हो सकती है। इस लेख में हम गले में खराश के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में जानेंगे।

Sore throat - गले में खराश के कारण तथा रामबाण घरेलू उपचार...


गले में खराश का कारण -

गले में खराश के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। सबसे ऊपर वायरल इन्फेक्शन से जैसे की सर्दी फ्लू और अन्य कई वायरल इन्फेक्शन हैं जिनका कारण एक वायरल संक्रमण होता है। पीलिया और गले में खराश: इन संक्रमणों के कारण गले की श्लेष्मा झिल्ली में सूजन हो जाती है।
  •  बैक्टीरियल इन्फेक्शन: स्टेप्टोकोकस बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण, जिसे स्टेफिलोकोकल थ्रोट इंफेक्शन कहा जाता है, गले में खराश का एक सामान्य कारण है। यह अधिक गंभीर हो सकता है और एंटीबायोटिक्स की आवश्यकता होती है।
  •  एलर्जी: धूल, पराग, धुआं, और अन्य एलर्जिक पदार्थों के संपर्क में आने से गले में खराश हो सकती है।
  •  पानी की कमी: शरीर में पानी की कमी से गला सूख सकता है, जिससे गले में खराश महसूस होती है।
  •  धूम्रपान और अन्य हानिकारक पदार्थ: धूम्रपान और शराब का सेवन गले में जलन और खराश का कारण बन सकता है।
  •  गला ज्यादा खींचना: लगातार ऊंची आवाज में बोलने या चिल्लाने से गले में दर्द हो सकता है।


गले की खराश (Sore Throat ) के उपचार

1. एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक डालकर दिन में तीन बार गरारे करने में गले की खराश, गले में दर्द और काँटे चुभने जैसा अनुभव होने की अवस्था में आराम होता है।


2. 250 ग्राम दूध में दो ग्राम (आधा चम्मच) हल्दी की चूर्ण डालकर दो-तीन बार उबालें और छान लें। फिर पीने लायक गर्म रहने पर डेढ़ चम्मच पिसी हुई मिश्री या शक्कर मिलाकर रात्रि सोते समय दो-तीन दिन पीना चाहिए। गले की खराश में बहुत लाभदायक है।


विशेष बातें

1. गले की खराश के अतिरिक्त खाँसी, सर्दी, जुकाम व फ्लू भी ठीक होता है। 

2. उपरोक्त दूध में हल्दी डालकर एक ही बार लेने से फ्लू (Influenza) चार घंटों में ठीक हो जाता है। 

3.यदि इसी दूध में हल्दी के साथ-साथ चौथाई चम्मच सौंठ का चूर्ण डालकर उबाला जाय और इसे छानकर लिया जाय तो लटका हुआ काग (जिसके कारण उपजीभ बढ़कर जब जीभ से स्पर्श करती है तो सूखी खाँसी उठती है) ठीक होता है।

 4. बच्चों को आधी मात्रा दें।


सलाह

गले में खराश एक आम समस्या है, लेकिन इसके कारणों और लक्षणों का सही पता लगाना जरूरी है। घरेलू उपचार से अधिकतर मामलों में आराम मिल जाता है, लेकिन गंभीर मामलों में डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। यदि सही समय पर इलाज किया जाए, तो गले की खराश जल्दी ठीक हो सकती है।

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