मुंह के छाले (Mouth Ulcer)
Mouth Ulcer जिसे मुँह के छाले भी कहा जाता है, आमतौर पर जीभ, मसूड़ों, या मुँह के अंदर के अन्य हिस्सों पर हो जाते हैं। ये छाले सफेद या पीले रंग के होते हैं और इनके चारों ओर लालिमा होती है। ये आमतौर पर दर्दनाक होते हैं और खाने-पीने एवं बोलने में कठिनाई पैदा कर सकते हैं।
मुंह में छाले क्यों होते है -
- चोट : जीभ या दांतों से चोट लगने के कारण।
- संक्रमण : वायरस, बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण।
- एलर्जी : कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी।
- तनाव : मानसिक तनाव भी अल्सर का कारण बन सकता है।
घरेलू उपाय एवं समाधान
1. रात के भोजन के पश्चात् एक छोटी हरड़ चूसें। इससे आमाशयऔर आन्तड़ियों के दोषों के कारण महीनों ठीक न होने वाले मुँह व जीभ के छाले ठीक हो जाते हैं। हरड़ को चूसते रहने से पाचक अंग शक्तिशाली बन जाते हैं, पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
2. तुलसी की चार-पाँच पत्तियाँ नित्य सुबह और शाम चबाकर ऊपर से दो घूंट पानी पीयें। मुँह के छाले व मुँह की दुर्गन्ध दूर होती है। चार-पाँच दिन लगातार खायें।
3. दो ग्राम भुना हुआ सुहागा का बारीक चूर्ण पन्द्रह ग्राम ग्लीसरीन में मिलाकर रख लें। दिन में दो-तीन बार मुँह एवं जीभ के छालों पर लगायें । शीघ्र लाभ होगा।
4. बच्चों के मुँह के छाले-मिश्री को बारीक पीसकर उसमें थोड़ा-सा कपूर मिलाकर मुँह में लगायें या भुरकाएँ। (मिश्री 8 भाग, कपूर 1 भाग) इससे मुँह के छाले मिटते है। यह दवा बच्चों के मुँह आने पर बहुत लाभकारी है।
5. बार-बार मुख में छाले (Mouth Ulcer) होना जिसे बार-बार मुख के छाले होते रहते हैं, उसे टमाटर अधिक खाने चाहिए।
1. पेट साफ रखा जाये ।
3. दो ग्राम भुना हुआ सुहागा का बारीक चूर्ण पन्द्रह ग्राम ग्लीसरीन में मिलाकर रख लें। दिन में दो-तीन बार मुँह एवं जीभ के छालों पर लगायें । शीघ्र लाभ होगा।
4. बच्चों के मुँह के छाले-मिश्री को बारीक पीसकर उसमें थोड़ा-सा कपूर मिलाकर मुँह में लगायें या भुरकाएँ। (मिश्री 8 भाग, कपूर 1 भाग) इससे मुँह के छाले मिटते है। यह दवा बच्चों के मुँह आने पर बहुत लाभकारी है।
5. बार-बार मुख में छाले (Mouth Ulcer) होना जिसे बार-बार मुख के छाले होते रहते हैं, उसे टमाटर अधिक खाने चाहिए।
ध्यान देने योग्य बातें
1. पेट साफ रखा जाये ।
2.अधिक मिर्च मसालेदार पदार्थों से बचें।
यदि मूंह के छाले (Mouth Ulcer) लंबे समय तक ठीक नहीं होते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

